Diwali 2022: धनतेरस से लेकर लाभ पंचमी, जानें सभी त्योहारों की सही डेट और चौघड़िया के साथ शुभ मुहूर्त – सबसे पहले राजस्थान शिक्षा विभाग समाचार टीम और राज एग्जाम न्यूज़ टीम की ओर से आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!! हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल दिवाली का त्योहार कार्तिक अमावस्या तिथि को मनाया जाता है । सभी हिंदू इस त्यौहार को धूमधाम से मनाते हैं। इस साल दिवाली 24 अक्टूबर दिन सोमवार को है । इस साल दिवाली पर सूर्य ग्रहण का साया भी है क्योंकि अमावस्या तिथि में सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ हो रहा है । दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करने से धन, वैभव और शुभता में वृद्धि होती है । बहुत से लोग यह जानना चाहते हैं कि दीपावली की पूजा किस टाइम पर करनी है तो हमने नीचे दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त और दीपावली से रिलेटेड मुख्य जानकारी उपलब्ध करवाई है , यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगे तो अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें ।।
Diwali 2022: धनतेरस से लेकर भाई दूज, जानें सभी त्योहारों की सही डेट और शुभ मुहूर्त
इस वर्ष दीपावली पर धनतेरस को लेकर काफी लोगों के मन में कंफ्यूजन है कि धनतेरस का त्यौहार 22 अक्टूबर को है यहां 23 अक्टूबर को तो इसी को दूर करने के लिए आज की इस पोस्ट में विस्तृत जानकारी दी हुई है । ध्यातव्य है कि त्रयोदशी तिथि के प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा करना लाभकारी माना गया है । इसलिए इस साल त्रयोदशी तिथि में प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर को प्राप्त हो रहा है । इसके कारण धनतेरस का पर्व 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा । 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि होगी । इसलिए इस साल 24 अक्टूबर को ही पूरे देश में दीपावली का पर्व मनाया जाएगा । इस साल गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाया जायेगा । क्योंकि दीपावली के अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण है । इस साल भैया दूज 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के ही दिन मनाया जाएगा । नीचे विभिन्न शुभ मुहूर्त की जानकारी दी जा रही है आप उसको देख सकते हैं ।
![Diwali 2022](http://rajexamnews.com/wp-content/uploads/2022/10/20221022_110317-300x169.jpg)
धनतेरस शुभ मुहूर्त ( श्री कुबेर पूजा शुभ मुहूर्त)
22 अक्टूबर (विक्रम संवत् 2079 कार्तिक वदी 12 , शनिवार) और 23 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है। धनतेरस के दिन सोने,चांदी के आभूषण और धातु के बर्तन खरीदने की परंपरा है। कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर 2022 को शाम 6 बजकर 02 मिनट से शुरू हो रही है। 23 अक्टूबर 2022 को त्रयोदशी तिथि का शाम 06 बजकर 03 मिनट पर खत्म होगी। आज त्रिपुष्कर योग बन है। धनतेरस की शाम को भगवान धन्वंतरि और दीपदान भी किया जाएगा। नीचे धनतेरस की पूजा हेतु शुभ मुहूर्त का समय दिया जा रहा है।
- प्रातः 5.00 से 6.00 बजे तक ब्रह्म मुहूर्त
- प्रातः 8.00 से 9.35 बजे शुभ वेला
- दोपहर 12.15 से अभिजीत वेला
- दोपहर 1.49 से 3.13 बजे तक लाभ वेला
- दोपहर 3.14 से 4.37 बजे तक अमृत वेला
- सायं 5.46 से 6.15 बजे तक गोधुली वेला
- सायं 5.46 से 7.30 बजे तक मेष लग्न
- सायं 6.05 से 7.37 बजे तक लाभ वेला
- रात्रि 9.14 से 10.48 बजे तक शुभ वेला
- रात्रि 10.30 से 12.00 बजे तक अमृत वेला
श्री महालक्ष्मी पूजन मुहूर्त एवं गादी स्थापना / दीपोत्सव चौपड़ा पूजा शुभ मुहूर्त
प्रकाश का पर्व दीपावली इस वर्ष विक्रम संवत् 2079 कार्तिक वदी 14 पर्यन्त अमावस्या दिनांक 24-10-2022 सोमवार को मनाई जाएगी। हिंदू धर्म में दिवाली सबसे बड़ा त्योहार होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार दीपावली प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर मनाई जाती है। दिवाली रोशनी का पर्व है। दिवाली पर मां लक्ष्मी का विशेष पूजा करने का विधान होता है। दिवाली में मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश, भगवान कुबेर और माता सरस्वती की पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में किया जाना सबसे शुभ माना गया है। प्रदोष काल का मतलब सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त से होता है। इसके अलावा प्रदोष काल के दौरान स्थिर लग्न में लक्ष्मी पूजन करना सर्वोत्तम माना गया है। नीचे दीपावली पूजा करने हेतु चौघड़िया मुहूर्त की जानकारी दी जा रही है ।
- प्रात: 4.00 से 6.00 बजे तक ब्रह्म मुहूर्त
- प्रातः 6.30 से 8.00 बजे तक अमृत बेला
- प्रातः 8.34 से 10.51 बजे तक वृश्चिक लग्न वेला
- प्रातः 9.33 से 10.55 बजे तक शुभ वेला
- प्रातः 11.59 से 12.44 बजे तक अभिजीत बेला
- दोपहर 1.46 से 3.10 बजे तक चंचल वेला
- दोपहर 2.38 से 4.08 बजे तक कुम्भ लग्न
- दोपहर 3.10 से 5.58 बजे तक लाभ + अमृत वेला
- सायं 5.58 से 8.32 बजे तक प्रदोष + गोधुलिक बेला
- सायं 5.38 से 7.15 बजे तक मेष लग्न
- सायं 5.58 से 7.34 बजे तक चंचल वेला
- सायं 7.14 से 9.11 बजे तक वृषभ लग्न
- रात्रि 9.13 से 11.26 बजे तक मिथुन लग्न
- रात्रि 10.46 से 12.22 बजे तक लाभ वेला
- रात्रि 11.27 से 1.42 बजे तक कर्क लग्न
- मध्य रात्रि 1.42 से 3.57 बजे तक सिंह लग्न वेला
- मध्य रात्रि 3.36 से 4.30 बजे तक अमृत वेला
दीपावली सूर्य ग्रहण समय 2022
इस साल का जो सूर्य ग्रहण पड़ रहा है, वह 25 अक्टूबर को होगा । सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले लग जाएगा । सूर्य ग्रहण विशेष तौर पर कष्ट दाई माना जाता है । हालांकि, ये समय विशेष तौर पर पूजा तर्पण, पित्र कार्य, तंत्र कर्म के लिए सबसे फलदायी माना जाता है । विक्रम संवत् 2079 कार्तिक कार्तिक वदी अमावस्या दिनांक 25-10-2022 मंगलवार सायं 4.31 से प्रारम्भ, 5.00 बजे मध्य, 5.57 मोक्ष काल रहेगा। सूर्य ग्रहण का सूतक प्रात: 4.31 बजे से प्रारम्भ होगा।
नूतन वर्षारम्भ एवं चौपड़ा उत्थान 2022
(विक्रम संवत् 2079 कार्तिक शुक्ल 1 बुधवार दिनांक 26-10-2022)
- प्रातः 6.46 से 9.34 बजे तक लाभ + अमृत वेला
- प्रातः 10.58 से 12.00 बजे तक शुभ वेला
दीपावली विदर (बिछुड़ो) समय 2022
(विक्रम संवत् 2079 कार्तिक सुदी 2 गुरूवार दिनांक 27-10-2022)
- प्रातः 6.30 बजे से कार्तिक सुदी 4/ 5 शनिवार
- दिनांक 29-10-2022 प्रातः 9.05 बजे तक।
लाभ पंचमी, ज्ञान पंचमी एवं सौभाग्य पंचमी
लाभ पंचमी को सौभाग्य लाभ पंचम भी कहते है, ये दीवाली त्यौहार का आखिरी दिन होता है, जो पंचमी के दिन मनाते है । सौभाग्य का मतलब होता है अच्छा भाग्य और लाभ का मतलब अच्छा फायदा । इसलिए इस दिन को भाग्य और अच्छा लाभ का दिन माना जाता है । इस बार लाभ पंचमी, ज्ञान पंचमी एवं सौभाग्य पंचमी शुभ संवत् 2079 कार्तिक सुदी 5 शनिवार दिनांक 29-10-2022 को है । नीचे लाभ पंचमी चौघड़िया मुहूर्त की जानकारी दी जा रही है ।
- प्रातः 9.00 से 10.15 बजे तक शुभ
- दोपहर 12.22 से 4.50 बजे तक चल, लाभ व अमृत वेला ।
निष्कर्ष
दीपावली पूजा के दौरान मुहूर्त,और चौघड़िया की जानकारी ऊपर पोस्ट में दी हुई है , सभी लोग उसको देख सकते है । हम लक्ष्मी माता से कामना करते हैं कि आपके और आपके परिवार को सुख – समृद्धि ,धन वैभव की प्राप्ति हो। पुनः राजस्थान शिक्षा विभाग समाचार टीम और राज एग्जाम न्यूज़ टीम की ओर से आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!!
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